शिक्षा - जगत

दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल रायगढ़ में हुआ बहुप्रतीक्षित करियर काउंसलिंग सत्र का सफल आयोजन

रायगढ़ – – स्थानीय रायगढ़ के प्रतिष्ठित विद्यालय में आज 29 जून (शनिवार) को कक्षा आठवीं से 12वीं तक के छात्रों के उज्जवल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण करियर काउंसलिंग सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र का उद्देश्य छात्रों को उनके करियर विकल्पों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करना और उनके भविष्य के करियर के लिए सही दिशा में मार्गदर्शन करना था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में रिसोर्स पर्सन, शिक्षक और करियर मार्गदर्शन परामर्शदाता अंशुमान परोहा उपस्थित थे , वे प्रतिष्ठित एलन करियर टीम का हिस्सा हैं। उनके साथ विद्यालय की निर्देशिका श्रीमती अनिता अग्रवाल , विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती प्रिया सिंह तथा उप प्रधानाचार्य वी सी घोसाल उपस्थित थे।

स्वागत से हुआ शुभारंभ – – कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य महोदया के स्वागत भाषण से हुआ , उन्होंने आजकल छात्रों में कैरियर (आजीविका) को लेकर मानसिक तनाव तथा असमंजस की स्थिति की ओर अपने सकारात्मक विचार अभिभावकों तथा छात्रों के समक्ष रखे। साथ ही साथ उन्होंने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तथा उप प्रधानाचार्य से सभी को अवगत करवाया।

सही कैरियर कैसे चुनें – – विद्यालय के उप प्रधानाचार्य वी सी घोसाल ने ‘सही करियर कैसे चुनें’ विषय पर विस्तार से बात की। उन्होंने कहा, “यदि छात्र पर किसी खास करियर को चुनने का दबाव डाला जाता है, तो जब उस करियर में चुनौतियां आती हैं, तो व्यक्ति उससे निपटने में विफल हो जाता है। व्यक्ति निराश हो जाता है। इसलिए करियर के पक्ष और विपक्ष को अच्छी तरह से जानना बेहद जरूरी है।”

छात्रों के उज्जवल भविष्य की आवश्यकता – – विद्यालय निर्देशिका श्रीमती अनीता अग्रवाल जी ने छात्रों के उज्जवल भविष्य को विद्यालय का एकमात्र लक्ष्य माना तथा सत्र को विस्तार से समझाते हुए कहा -“इस सत्र में छात्रों को विभिन्न करियर विकल्पों, उच्च शिक्षा के अवसरों और संबंधित पाठ्यक्रमों के बारे में गहन जानकारी दी जाएगी, जिससे छात्रों के मानसिक विषाद दूर होंगे।

आजीविका (कैरियर) का चुनाव में SWOT एक महत्वपूर्ण पहलू – – इस अवसर पर, सत्र संचालक परोहा ने छात्रों को विभिन्न करियर विकल्पों, उनकी संभावनाओं और उनके लाभों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा-“सही करियर का रास्ता जानने के लिए किसी तरह के मनोवैज्ञानिक परीक्षण की जरूरत नहीं है। कोई व्यक्ति स्व-आकलन करके यह पता लगा सकता है, लेकिन मनोवैज्ञानिक परीक्षण उन विश्वासों या परिणामों को आश्वस्त करने और मजबूत बनाने में मदद करता है। व्यक्ति को पूरी तरह से SWOT विश्लेषण करने की जरूरत है, जिसका मूल रूप से मतलब ताकत, कमजोरी, अवसर और खतरों का गहन मूल्यांकन करना है। उन्होंने बच्चों को विषय और करियर विकल्पों के बारे में समूह मानसिकता के खिलाफ आगाह किया और इस बात पर जोर दिया कि रोड मैप या एक्शन प्लान क्यों महत्वपूर्ण है और माता-पिता के साथ इस पर चर्चा करें। उन्होंने करियर चुनते समय तीन बिंदुओं पर ज़ोर दिया – 1. उद्देश्य 2. लगन 3. प्रदर्शन। वहीं उन्होंने महान ख्याति प्राप्त व्यक्ति के बारे में जानकारी देते हुए उनकी असफलताओं से सफलताओं की सफ़र को बताते हुए छात्रों को अपने लक्ष्यों का चुनने तथा प्राप्त करने के लिए पोर्टफोलियो (पत्राधान) बिल्डिंग बढ़ाने की ओर उनका ध्यान आकृष्ट किया। साथ ही साथ रुचि को भावी आजीविका में परिवर्तित करने के लिए प्रोत्साहित किया।छात्रों का मनोबल बढ़ाते हुए उन्होंने कहा – “विदेश के बड़े-बड़े संस्थानों में जाने वाले प्रविसियों में सबसे अधिक भारतीय प्रवासी होते हैं।”इसी तरह उन्होंने एक प्रोत्साहित कविता से अपने वाणी का विराम दिया,जिससे छात्रों का प्रोत्साहन और मनोबल बढ़े। इसके अलावा, उन्होंने छात्रों तथा अभिभावकों के प्रश्नों के निराकरण कर उनकी शंकाओं का समाधान भी किया तथा भविष्य के लिए सही लक्ष्य का चुनाव करने में सहायता की ।

सभी के प्रति आभार प्रकट – – कार्यक्रम के समापन के पश्चात प्राचार्य महोदया जी ने कार्यक्रममें उपस्थित अभिभावकों को सहृदय धन्यवाद प्रेषित किया । अंत में हमारे सत्र संचालक ने अभिभावकों और छात्रों से परस्पर वार्तालाप के माध्यम से उनके समस्याओं का निराकरण कर उनके भावी जीवन के लिए उचित परामर्श दिए जिससे सभी अभिभावक पूर्ण रूप से संतुष्ट हुए और यह सत्र पूर्ण रूप से सफल रहा।

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