डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित हुईं वरिष्ठ साहित्यकार सुधा देवांगन “शुचि”

डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित हुईं वरिष्ठ साहित्यकार सुधा देवांगन “शुचि”
रायगढ़ – – विगत 19 वर्षों से साहित्य के क्षेत्र में लगातार लेखनी व साहित्यिक मंचों में अपनी सशक्त व सार्थक कृति से
साहित्यिक जगत में अपनी एक अलग विशिष्ट पहचान बना चुकीं सुधा देवांगन शुचि की मेहनत रंग लाई और जमीनी स्तर पर किए गए लेखन कार्य व महाग्रंथों के साझा संकलन ने ऑनरेरी डॉक्टरेट अवार्ड शिक्षा एवं साहित्यिक उपलब्धियों हेतु दिल्ली के मैजिक एवं आर्ट यूनिवर्सिटीज ने डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की। लगातार राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियां इसका आधार बनीं। दिल्ली यूनिवर्सिटीज फरीदाबाद को इसके लिए दिल से उन्होंने आभार प्रकट किया। वहीं उनका कहना है कि इसका सबसे बड़ा श्रेय मेरे हमसफर पिताम्बर प्रसाद देवांगन को जाता है। जो हर कदम साए की तरह साथ रहकर प्रोत्साहित करते हैं। वहीं उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ संपूर्ण दर्शन, साझा संकलन हेतु, गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड। नशा विरोधी अभियान हेतु विडिओ ,गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज व छंद बद्ध भारत का संविधान हेतु गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित और वहीं अब 4
चंद्रयान कीर्तिमान साझा काव्य संग्रह हेतु पुनः तीन गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का सम्मान। उन्हें मिला है। वहीं उनकि कहना है कि यह क्रम आगे भी जारी रहेगा। डॉक्टर आशा आजाद के बताए राह पर चलते हुए हम बार लगातार नई उपलब्धियां हासिल करते जा रहे हैं।वहीं वरिष्ठ साहित्यकार सुधा देवांगन “शुचि” को इस शानदार कामयाबी पर तमाम साहित्यिक मित्र और तमाम स्वजन लोग उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दे रहे हैं।