आध्यात्म

भारत के महान रसायनज्ञ डॉ.प्रफुल्ल चंद्र राय की जयंती पर विज्ञान मेला का आयोजन

रायगढ़ – – आज 2 अगस्त को सरस्वती शिशु मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय राजीव नगर रायगढ़ में भारत के महान रसायनज्ञ डॉ. प्रफुल्ल चंद्र राय की जयंती पर विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भैया – बहनों ने बढ़ – चढ़ कर हिस्सा लिया।

सर्व प्रथम भारतीय परम्परानुसार विद्यालय के प्राचार्य जगदेव प्रसाद पटेल , पद्मलोचन पटेल आचार्य एवं जीधन लाल पटेल आचार्य के द्वारा विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती ओम् एवं भारत माता के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर पूजन अर्चन किया गया।

वहीं कार्यक्रम की कड़ी में रजनी थवाईत आचार्य के निगरानी में भैया – बहनों के द्वारा डॉ. राय जी के तस्वीरें अपने चित्रकला प्रतियोगिता के क्रम में उकेरा गया। वहीं सुषमा होता आचार्या के देखरेख में भैया-बहनों के द्वारा डॉक्टर प्रफुल्ल चन्द्र राय के जीवनी पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित हुए। ओजस्वी तिवारी व योगिता राठौर आचार्या के समक्ष रंगोली प्रतियोगिता में सम्मिलित हुए भैया – बहनों के द्वारा आकर्षक एवं मनमोहक रंगोली बनाई गई। वहीं शिशु कक्षाओं के भैया – बहनों के द्वारा ज्ञानेंद्रियों के विकास की दृष्टि से लाल नीला पीला आदि रंगों को आपस में मिश्रण कर अन्य रंग निर्माण करने एवं फुलाए गए बलून (गुब्बारा) को दो शिशुओं के मध्य पीठ और पेट में दबा कर हाथ से छूए बिना आगे बढ़ने का कार्यक्रम तीजा पटवा आचार्या के मार्गदर्शन में सम्पन्न की गई।

इसी कड़ी में भैया-बहनों के सामने वस्तुएं रखी गई और उन भैया-बहनों को गीत गवाकर एवं शरीर के अंगों के नाम इंद्रिय विकास की दृष्टि से बोलवा कर अचानक सामने रखी वस्तु पकड़ को आदेशित किया गया। जिसके विजेता भैया प्रिंस कुमार राय एवं बहिन अनन्या यादव रहे। ज्ञानेंद्रियों के विकास की की दृष्टि से रुई ,बालू, पेड़ के पत्ते और मिट्टी में शिशु कक्षाओं में अध्ययनरत भैया-बहनों को मुलायम और कठोरता का ज्ञान का कार्यक्रम सम्पन्न हुए।

वहीं मिडिया स्कूल एवं हाई स्कूल की कक्षाओं में अध्ययनरत भैया-बहनों के द्वारा विज्ञान पर आधारित नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी गई। सैकड़ों भैया – बहनों के द्वारा विज्ञान पर चार्ट एवं माध्यमिक विभाग के भैया- बहनों के द्वारा सौर परिवार, दिन – रात , जल प्रदुषण , वायु प्रदुषण , कूलर बाल वर्ग एवं पवन चक्की , जल चक्र , वर्षा जल संग्रहण , चन्द्र यान – 3 , प्रकाश संश्लेषण , किडनी , न्यूटन , ह्यूमन बॉडी , फ्री एनर्जी , ग्रहण , आसुत जल , होलोग्राम मशीन का आदर्श माडल तैयार कर वैज्ञानिक चिन्तन एवं सोच विकसित करने की ओर अग्रसर हुए। वहीं विज्ञानाचार्य एवं विज्ञान परिषद् प्रमुख दीपिका साहू और आचार्या योगिता राठौर के द्वारा डाॅ प्रफुल्लचंद्र राय जी की जयंती पर प्रकाश डाला गया। इस कड़ी में जीधन लाल पटेल आचार्य एवं पद्मलोचन पटेल आचार्य के द्वारा डाॅक्टर राय के जीवन वृत्तांत पर विस्तार से रोचक तथ्य प्रस्तुत किया गया।


कार्यक्रम के अंत में संस्था प्रमुख जगदेव प्रसाद पटेल प्राचार्य ने अपने उद्बोधन में कहा कि ” होनहार बिरवान के होत चीकने पात ” यह कहावत प्रफुल्ल चन्द्र राय पर पूरी तरह चरितार्थ होता है। जिस समय कम उम्र में बच्चे परियों की रानी कहानी पढ़ा करते हैं उतने ही उम्र में आचार्य प्रफुल्ल चन्द्र राय जी वैज्ञानिक चिन्तन एवं सोच रखते हुए गैलीलियो , न्यूटन जैसे महान वैज्ञानिकों के लेख पढ़ा करते थे अर्थात बचपन से ही वे अध्ययन कार्य में बड़ी रुचि रखते थे। डाॅ प्रफुल्ल चन्द्र राय महान रसायनज्ञ जो विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। वहीं उक्त कार्यक्रम के सफल बनाने में विद्यालय के सभी भैया – बहिन एवं आचार्य – आचार्या ममता वंजारी , रेवती मालाकार , उजाला साहू , सीमा वर्मा , विजया लक्ष्मी पटेल आचार्या की सराहनीय योगदान रहा।कार्यक्रम बड़े ही उत्साह एवं उमंग के साथ सम्पन्न हुआ।

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