5 को स्फटिक शिवलिंग रुद्राभिषेक यज्ञ का भव्य आयोजन


पंडरीपानी माँ अष्टलक्ष्मी मंदिर में होगी विशेष पूजा-अर्चना
रायगढ़ – – छत्तीसगढ़ राज्य का पहला अष्टलक्ष्मी महामंदिर पंडरीपानी में ज्योतिष के प्रकांड विद्वान व माँ अष्टलक्ष्मी मंदिर शक्ति पीठ पंडरीपानी के प्रमुख आचार्य पं रविभूषण शास्त्री के विशेष मार्गदर्शन में सुयोग्य पंडितों के सानिध्य में पवित्र सावन महीना में विशेषकर सोमवार के दिन और श्रद्धालुओं की इच्छानुसार उनकी मनोरथ पूरी करने के लिए सावन माह के कोई भी दिन स्फटिक शिवलिंग रुद्राभिषेक यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। क्योंकि सावन माह के प्रत्येक दिन का हिंदू धर्म शास्त्रों व पुराणों में विशेष महत्व माना गया है। वहीं इस रुद्राभिषेक यज्ञ में जिले व अन्य राज्य के भी श्रद्धालुगण भाग लेकर भगवान शिव की पूजा अर्चना कर रहे हैं।

धूमधाम से मनाया गया शिव मास – – वहीं आज दो अगस्त को शिव मास के पावन दिन को माँ अष्टलक्ष्मी मंदिर में सुप्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य व मंदिर शक्तिपीठ प्रमुख आचार्य पं रविभूषण शास्त्री के सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ स्फटिक शिवलिंग रुद्राभिषेक यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें श्रद्धालुओं ने बड़ी श्रद्धा से भाग लिया। भगवान शिव जी की पूजा – अर्चना के बाद सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया।
5 को होगा विशेष रुद्राभिषेक यज्ञ – – आचार्य पं रविभूषण शास्त्री ने बताया कि आगामी 5 अगस्त सोमवार के दिन वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधि विधान से स्फटिक शिवलिंग से रुद्राभिषेक यज्ञ पूजन का भव्य आयोजन होगा। जिसे लेकर भगवान शिव के भक्तों में अपार उत्साह देखा जा रहा है। वहीं उन्होंने बताया कि माँ अष्ट महालक्ष्मी मंदिर पंडरीपानी में रुद्राभिषेक पूजन स्फटिक शिवलिंग पर किया जाएगा। शास्त्रों में उल्लेख है कि स्फटिक शिवलिंग रुद्राभिषेक करने का विशेष महत्व है व इस कलयुग में साक्षात् शिव भक्ति की प्राप्ति होती है और संपूर्ण मनोकामनाएं पूर्ण होती है। वहीं पूजन मंदिर के विद्वान पंडितों के द्वारा संपूर्ण सामग्री सहित अत्यंत कम न्यौछावर राशि में आप यह पूजन कर सकते हैं साथ ही महामृत्यंजय जाप के लिये भी भगवान भोलेनाथ जी के भक्तगण अपनी मनोकामना पूजन के लिए संपर्क कर सकते हैं व इस संबंध में भक्तगण मो. 9827493966 में भी पूजन संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। वहीं स्फटिक शिवलिंग रुद्राभिषेक यज्ञ का आयोजन होने से भक्तों में भी अपार श्रद्धा देखी जा रही है और आगामी 5 अगस्त के धार्मिक इस आयोजन को भव्यता देने में मंदिर के सभी सदस्यगण जुटे हैं ।
