साहित्यकार डॉ देवधर महंत को मिला काव्य वाटिका सम्मान

रायगढ़ – – साहित्य के क्षेत्र में रायगढ़ की सुप्रसिद्ध संस्था काव्य वाटिका ने छत्तीसवाँ सम्मान साहित्यकार डा. देवधर महंत को समर्पित किया। प्रति माह एक साहित्यकार का सम्मान करते हुये काव्य वाटिका गतिमान है। वहीं कवि स्व. अंजनी कुमार ‘अंकुर’ के जन्म जयंती के शुभ अवसर पर सभी साहित्यकार उपस्थित होकर काव्यांजलि अर्पित किये तथा केक काटकर उनकी रचनाओं का पाठ किया गया। इसी मौके पर कवि डॉ देवधर महंत का शाल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह्, सम्मान पत्र, गुलदस्ता देकर सम्मान किया गया।

साहित्यकार डॉ. देवधर महंत छत्तीसगढ़ में उच्च शिक्षा प्राप्त राजस्व अधिकारी रह चुके हैं। वर्तमान में वे बिलासपुर उच्च न्यायालय में वकालत कर रहे हैं। उन्होंने साहित्य जगत को सोलह स्वरचित किताबों का तोहफा दिया है जिसमे प्रमुख:- पुन्नी के चंदा, बेलपान,रोशनी के पौधे, अरपा नदिया, कुत्तों की मानहानि आदी प्रमुख हैं। अपने जीवन परिचय और काव्य पाठ के दौरान उन्होंने कहा – रायगढ़ की धरा धन्य है जहाँ मुकुटधर पाण्डेय और वेदमणी ठाकुर जी जैसे सितारों नें कलाधानी रायगढ़ को गौरवान्वित किया है। ऐसे मुर्धन्य साहित्यकार को सम्मानित करते हुऐ काव्य वाटिका स्वयं को धन्य समझती है। इस शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि रामगोपाल शुक्ल , विशिष्ट अतिथि श्रीमती साधना मिश्रा एवं कार्यक्रम अध्यक्ष सुप्रसिद्ध आर्टिस्ट मनोज श्रीवास्तव थे। उपस्थित सभी साहित्यकारों ने रचनापाठ कर कार्यक्रम को ऊँचाई प्रदान की। कार्यक्रम में संस्थापिका डा. आशा मेहर ‘किरण’, श्रीमती अरुणा साहू, श्रीमती लिशा पटेल ‘दिव्य’, श्रीमती स्वाति पाड्या, श्रीमती राजकुमारी डनसेना, श्रीमती बसंत पंकज, राघवेंद्र सिंह ‘रूहेल’, कौशल्या सन्नाट, रेखा डनसेना, अजय सन्नाट, आलेख डनसेना, सत्यम डनसेना, कन्हैयालाल गुप्ता, ऋषिकेश प्रधान, रामरतन मिश्रा, शिवम डनसेना की विशेष उपस्थिति रही व संपूर्ण कार्यक्रम का सफल संचालन डा. गुलशन खम्हारी ‘प्रदुम्न’ ने किया और आभार प्रदर्शन मनोज श्रीवास्तव ने किया।