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पीडी महाविद्यालय में दीक्षारंभ समारोह सम्पन्न

पालूराम धनानिया महाविद्यालय में ज्ञान की ज्योति से नवयात्रा का आरंभ

रायगढ़ – – शासकीय पालूराम धनानिया वाणिज्य एवं कला स्नातकोत्तर महाविद्यालय रायगढ़ में मंगलवार, दिनांक 05 अगस्त 2025 को दीक्षारंभ समारोह का आयोजन अत्यंत हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम में बी.ए. एवं बी.कॉम प्रथम सेमेस्टर के नवप्रवेशी विद्यार्थियों को शिक्षा यात्रा की नई शुरुआत की प्रेरणा प्रदान की गई। नई शिक्षा नीति 2020 के कार्यक्रम संयोजक डॉ. हेम कुमारी पटेल व सह संयोजक डॉ. ऊषा नायक की देख-रेख में विद्यार्थियों में उत्साह और उमंग की विशेष छटा देखने को मिली और विद्यार्थियों ने, नई ऊर्जा और नए संकल्पों के साथ अपने उच्च शैक्षणिक जीवन का आरंभ किया।यह कार्यक्रम प्रभारी प्राचार्य डॉ. सुशील कुमार एक्का के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।

उन्होंने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 छात्र-छात्राआें के सर्वांगीण विकास के लिए बनाई गई है। नई षिक्षा नीति 2020 के बारे में छात्र-छात्राओं को जानकारी होना अनिवार्य है। नई षिक्षा नीति के प्रमुख वक्ता के रूप में आमंत्रित वाणिज्य संकाय के प्राध्यापक  अरूण गुप्ता ने नव प्रवेषी विद्यार्थियों के लिए एनईपी के नए आयामोंं से परिचित कराते हुए कार्यक्रम के मुख्य बिन्दुओं में तीन वर्ष के छह विषयों पाठ्यक्रम, विषय चयन सहित चौंथे वर्ष में रिसर्च के जरिए विषेष शिक्षण, क्रेडिट सिस्टम से 100-100 अंकों के चार तथा 50-50 अंकों के दो पेपरों के मुल्यांकन एवं कला व वाणिज्य संकाय की मिश्रित अध्ययन प्रणाली, असाइन्टमेन्ट का महत्व पर विस्तार पूर्वक व्याख्यान दिया।

इसी क्रम में, रासेयो कार्यक्रम अधिकारी संतोष कुमार नायक ने एन.एस.एस. के गुण सूत्र समझाए और इस दिषा की ओर छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया। एनसीसी अधिकारी टीएस पैंकरा ने एन.सी.सी. के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की। ग्रंथपाल श्री के. आर. सोनी ने लाइब्रेरी सुविधाओं और उपलब्ध किताबां के बारे में प्रकाष डाला। साथ ही उन्होंने डिजिटल लाइब्रेरी के बारे में बताते हुए ऑन लाइन एजुकेशनल पोर्टल- साथी, नेशनल डिजटल लाइब्रेरी, वन नेशन वन सबक्रिप्सन एवं महाविद्यालय की ई-लाइब्रेरी की वेबसाइट के अधिक से अधिक उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। इसी तरह उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित तैयारी करने हेतु ऑन-लाइन पोर्टल के बारे में भी बतलाया।

क्रीड़ा गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए प्राध्यापक डी.सी. पटेल ने खेल-कूद को भी अध्ययन का अभिन्न अंग बतलाते हुए क्रीड़ा गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। इसके अतिरिक्त विधि संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा ने विधिक साक्षरता केन्द्र के बारे में जानकारी देने के साथ ही बी.ए.एल.एल.बी. के विद्यार्थियों को सिलेबस और परीक्षा योजना सहित सभी महत्वपूर्ण विषयों के बारे में क्रमवार जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 से महाविद्यालय में बी.ए.एल.एल.बी. का पंचवर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रम संचालित है। जो कि बिलासपुर संभाग के शासकीय महाविद्यालयों में सर्वप्रथम शुरू किया गया था। मुख्य अतिथि के रूप में विद्यमान रायगढ़ नगर निगम के महापौर जीवर्धन चौहान, विशिष्ट अतिथि सभापति नगर निगम डिग्री लाल साहू एवं विराजमान अतिथि वार्ड क्रमांक 09 के पार्षद अमित कुमार शर्मा एवं एम.आई.सी. सदस्य मुक्तिनाथ (बबुआ) ने विद्यार्थियों को विचारों की स्वतंत्रता और समर्पित अध्ययन की आवश्यकता पर बल दिया। महापौर श्री चौहान ने “कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती“ जैसे उदाहरणों के माध्यम से बताया कि कैसे उच्च शिक्षा, समाज परिवर्तन का सबसे बड़ा साधन बन सकती है। उन्होंने षिक्षकों से विद्यार्थियों को सही दषा और दिषा की ओर ले जाने, पालकों से बच्चों पर दबाव न डालने और विद्यार्थियों से मोबाइल का दुरुपयोग नहीं करने व दमदारी से मेहनत कर माता-पिता के सपनों को साकार कर महाविद्यालय का नाम रोशन करने की अपील की। साथ ही उन्होंने महाविद्यालय की तीसरी मंजिल के निर्माण कार्य को द्रुत गति प्रदान करवाने में सहयोग करने को आश्वस्त किया। बढ़ते क्रम में, सभापति श्री साहू ने नव प्रवेश उत्साह सहित परिपक्वता के साथ लक्ष्य और अनुशासन का पाठ पढ़ाया।समारोह में दीप प्रज्जवलन के बाद अतिथि व्याख्याता सुश्री विमला कुर्रे द्वारा राज्य गीत गाया गया। रंगोली सजावट कई सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी हुईं, राज्य गीत, संगीत और कविता के माध्यम से अपनी प्रतिभा का परिचय दिया गया। वहीं, कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मंच सज्जा एवं बैठक व्यवस्था एवं समस्त प्रबंधकीय कार्य को लेकर डंटे रहे ग्रंथपाल के. आर. सोनी सहित प्राध्यापक एस. के. नायक एवं लोकप्रिय क्रीडाधिकारी डॉ. सौरभ प्रधान ने एक दिवस पूर्व ही सारी तैयारी कर रखी थी। इधर, आयोजन दिवस पर महाविद्यालय का कार्यक्र्रम कक्ष नवीन विद्यार्थियों से खचा-खच भरा रहा और उन्होंने, संपूर्ण कार्यक्रम में सक्रियता दिखाई साथ ही हरेक ने “गुरूर ब्रम्हा-गुरूर विष्णु गुरू देवो महेश्वरः” का मंत्र दोहराते हुए अच्छे से अच्छा यानी उत्कृष्ठ विद्यार्थी के रूप में षिक्षा ग्रहण करने की शपथ ग्रहण की।

वहीं, विद्यार्थियों की स्वल्पाहार की व्यवस्था प्राध्यापक डी.सी. पटेल एवं संलग्न कर्मचारी  राम नारायण निषाद ने स्वयं अपने सानिध्य में की। उल्लेखीनय है कि इस दौरान प्राध्यापक श्री आर.के. लहरे एवं क्रमशः अतिथि व्याख्याता चंद्र प्रकाश पाण्डेय, श्रीमती ममता साहू, द्वय पिंकी सारथी व पालकगण, बड़ी संख्या में विद्यार्थी तथा कार्यालयीन अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

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