सरस्वती शिशु मंदिर राजीव नगर रायगढ़ में संत तुलसीदास जी की जयंती मनाई गई

रायगढ़ –स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर राजीव नगर रायगढ़ मे आज दिनांक 31-07- 25 दिन बुधवार श्रावण शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि को तुलसीदास जी की जयंती बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। वहीं कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती,ओम,भारत माता के साथ-साथ तुलसीदास जी की प्रतिमा का बंदन एवं पूजन से की गई तत्पश्चात मंचासीन हुए आचार्य श्याम लाल पटेल एवं श्रीमती पूजा पटवा दीदी का तिलक चंदन से स्वागत किया गया।


इसके पश्चात भैया बहनों द्वारा तुलसीदास जी का जीवन परिचय एवं उनके दोहे प्रस्तुत किए गए। सभी भैया बहन एवं दीदी आचार्य द्वारा सामूहिक हनुमान चालीसा और मानस प्रसंग का गायन किया गया कड़ी को आगे बढ़ते हुए श्रीमती रेवती मालाकार दीदी ने तुलसीदास जी का जीवन परिचय बताते हुए कहीं की पैदा होते ही राम नाम मुख से उच्चारण होना, दूध के दांत दिखाना, अद्भुत मूल नक्षत्र में पैदा होना आदि विलक्षण के कारण पिता आत्माराम दुबे माता हुलशी ने तुलसी का परित्याग कर दिया पत्नी रत्नावली की फटकार ने राम बोला को किस प्रकार से तुलसीदास बना दिया। आगे आचार्य श्याम लाल पटेल ने कहा कि कवितावली गीतावली दोहावली विनय पत्रिका हनुमान चालीसा एवं रामचरितमानस जैसे महाकाव्य की रचना कर भवसागर पार करने का एक नौका प्रदान कर दिया।

उन्होंने आगे कहा किवारि मथे धृत हुई वरु, सिकता ते वरू तेल |बिनु हरि भजन न भव तरिये, यह सिद्धांत अपेल || उन्होंने बताया कि पानी को मथने से घी की प्राप्ति नहीं हो सकती और न ही बालू से जो है तेल की प्राप्ति हो सकती है यह दोनों असंभव एक बार संभव हो जाए तो हो जाए लेकिन जब तक हम राम नाम स्मरण नहीं करेंगे उनके बताएं मार्ग पर नहीं चलेंगे तो हमारा उद्धार हो ही नहीं सकता। आज के इस कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीमती तीजा पटवा, सुषमा होता, कविता तिवारी, रजनी थवाइत तृप्ति ऒगले, ममता बंजारी ,उजाला साव,विजयलक्ष्मी पटेल दीपिका साहू योगिता राठौर, मोना यादव,अंजू चंद्रा,अनू चौहान एवं फुलेश्वरी लहरे इत्यादि सभी दीदियों का सहयोग रहा कार्यक्रम का सफल संचालन श्रीमती रेवती मालाकार दीदी ने किया।