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नीदरलैंड के प्रवासी साहित्यकार मनीष पाण्डेय और रायपुर के डॉ.अनिल भतपहरी का सम्मान

विश्व हिंदी अधिष्ठान का अन्तर्राष्ट्रीय प्रसार -डॉ.मीनकेतन प्रधान
        
रायगढ़ – – विश्व हिन्दी अधिष्ठान (न्यास)रायगढ़ द्वारा नीदरलैंड से रायगढ़ आये प्रवासी साहित्यकार मनीष पाण्डेय तथा छत्तीसगढ़ रायपुर के साहित्यकार डॉ.अनिल भतपहरी का सम्मान अधिष्ठान के संस्थापक -संयोजक डॉ.मीनकेतन प्रधान,न्यासी सदस्य डॉ.विद्या प्रधान,वरिष्ठ शिक्षा विद् प्रो .आर. के .पटेल तथा संबलपुर ओडिशा के साहित्यकार शशिभूषण पंडा ,जांजगीर के आशुतोष तिवारी की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया।इसी तरह पूर्व दिवस में  चर्चित  हिंदी छत्तीसगढ़ी साहित्यकार डॉ .अनिल भतपहरी ,रायपुर का सम्मन किया गया। उक्त अवसर पर अधिष्ठान की कार्य योजनाओं और भावी गतिविधियों पर विमर्श करते हुए मनीष पांडेय ने हिंदी भाषा -साहित्य के अन्तर्राष्ट्रीय विकास सहित भारतीय क्षेत्रीय भाषा-साहित्य से भी तुलनात्मक अनुसंधान और  शोध कार्य के लिए सहभागी होने की  वचनबद्धता दुहरायी ।

उन्होंने अधिष्ठान द्वारा प्रकाशित किये जा रहे साहित्य और आयोजनों को समसामयिक बताते हुए विशेष रूप से नयी पीढ़ी को आज के वैज्ञानिक और तकनीकी परिवर्तन के युग में सक्रिय होने का आह्वान किया।अधिष्ठान सदस्य डॉ.मौना कौशिक (बुल्गारिया )ने दूरभाष पर इस विमर्श को सार्थक बताते हुए आगामी समय में अन्तर्राष्ट्रीय आयोजन के माध्यम से महत्वपूर्ण कार्यों का उल्लेख किया। वहीं अधिष्ठान कार्यालय डॉ .मीनकेतन प्रधान के आवास में उपस्थित डा.अनिल कुमार भतपहरी ने हिंदी की सम्वृद्धि के लिए छत्तीसगढ़ी सहित अन्य लोक भाषा -साहित्य को जोड़ते हुए पाठकों और विद्यार्थी वर्ग को शिक्षा -संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने की प्रेरणा दी ।डॉ.भतपहरी ने अधिष्ठान के व्यापक कार्य -क्षेत्र में पद्मश्री मुकुटधर पाण्डेय सहित  अन्य साहित्य मनीषियों के साहित्य पर शोध  तथा उच्च शिक्षा के अध्येताओं को प्रेरित करने के उपक्रम को उपयोगी बताया ।इस अवसर शासकीय विष्णुचरण महाविद्यालय पुसौर के प्रभारी प्राचार्य प्रो.पतरस किंडों की उपस्थिति थी।ओडिशा के साहित्यकार शशिभूषण पंडा ने भी हिंदी के साथ अन्य भारतीय भाषाओं के साहित्य के तुलनात्मक अध्ययन और अनुवाद की आवश्यकता पर अपना मंतव्य दिया।उन्होंने अपनी काव्य कृति ‘सारा देश चुप ‘ तथा ‘अंदाज़ ‘ की प्रति नीदरलैंड के प्रवासी साहित्यकार मनीष पांडेय को भेंट की।डॉ.मीनकेतन प्रधान ने इस संक्षिप्त आयोजन को अधिष्ठान का अंतर्राष्ट्रीय प्रसार निरूपित किया है ।न्यासी सदस्य प्रो.आर . के . पटेल और डॉ.विद्या प्रधान ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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