
पूजन छठी
छंद-दोहा
चार दिनों का पर्व है, अनुपम यह त्यौहार।
अति पावन पूजन छठी, सूर्योदय आभार।।
करे मनोरथ पूर्ण जग, अस्त भानु अरु भोर।
खड़े सरित कर जोड़कर, अर्घ्य सूर्य मुख ओर।।
’सुषमा’ सुंदर दृश्य है, प्रवाहिनी शुभ नीर।
भास्कर की छवि शोभता, चमके जैसे हीर।।
पूजन जल की धार से, सूर्यदेव भगवान।
प्रथम अर्घ्य दूँ आपको, कर तटिनी का ध्यान।।
फेरा सप्त प्रदक्षिणा, सूर्य अर्घ्य का कार्य।
’सुषमा’ निष्ठा से करें, जन मानस के आर्य।।
…✍️सुषमा प्रेम पटेल
रायपुर छ ग
