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आईसीएआई ने जीएसटी में नवीन संशोधन विषय पर अर्ध-दिवसीय सेमीनार का किया सफल आयोजन

रायगढ़–विगत 18 अप्रैल को भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान (ICAI) की केंद्रीय भारत क्षेत्रीय परिषद (CIRC) के तत्वावधान में रायगढ़ शाखा द्वारा “जीएसटी में नवीन संशोधन” विषय पर एक अर्ध-दिवसीय  सेमिनार का आयोजन होटल एकॉर्ड प्रीमियर, रायगढ़ में अत्यंत गरिमामय एवं ज्ञानवर्धक वातावरण में संपन्न हुआ।

वहीं इस अवसर पर CIRC के चेयरमैन सीए अंकुर कुमार गुप्ता एवं वाइस चेयरमैन सीए दिनेश कुमार अग्रवाल का रायगढ़ ब्रांच के चेयरमैन संतोष टिबरेवाल, उपाध्यक्ष दिनेश अग्रवाल, सचिव संजय सोनी, कोषाध्यक मानस बंसल, पूर्व अध्यक्ष बालकिशन केडिया एवं आलोक अग्रवाल, रवि अग्रवाल ने  उनका भव्य स्वागत एवं सम्मान किया। ज्ञात हो कि दोनों पदाधिकारियों की यह प्रथम औपचारिक यात्रा थी दोनों अतिथियों के साथ एक संवादात्मक सत्र का आयोजन भी हुआ। जिसमें उन्होंने सदस्यों से सीधे संवाद कर उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया।इस दौरान सीए भवन का निरीक्षण भी अतिथियों द्वारा किया गया। उन्होंने भवन को आधुनिक रूप देने, नए भवन के लिए प्रयास, विद्यार्थियों एवं सदस्यों के लिए पुस्तकालय कंप्यूटर लैब, एवं नए कोर्स हेतु आधारभूत सुविधाओं के विकास की दिशा में आवश्यक कदम उठाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

वहीं कार्यक्रम के दौरान सीए स्टूडेंट्स से विशेष मुलाकात कर उनकी शैक्षणिक और परीक्षा संबंधी समस्याओं को सुना गया एवं उचित सुधार के आश्वासन भी दिए गए, जिससे छात्रों में उत्साह का संचार हुआ। इस अवसर पर रायगढ़ के गौरव सीए आलोक अग्रवाल का मद्रास फर्टिलाइजर्स लिमिटेड में स्वतंत्र निदेशक के रूप में नियुक्त होने पर विशेष सम्मान किया गया।वहीं कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता सीए भावेश मित्तल (रायपुर) रहे। जिन्होंने जीएसटी में हालिया संशोधनों पर व्यावहारिक दृष्टिकोण से अत्यंत प्रभावशाली एवं तकनीकी प्रस्तुति दी।

कार्यक्रम को सफल बनाने में तेजस्वी नरेडी, प्रियेश, वंश, राहुल, शुभम, विकास और गुलशन इत्यादि सदस्यों का विशेष योगदान रहा। सेमीनार में रायगढ़ जिले से करीब चालीस सदस्यों ने उक्त सेमीनार में भागीदारी सुनिश्चित की सभी ने आयोजन की व्यवस्थाओं में सक्रिय सहयोग दिया का,र्यक्रम का संचालन इशिता एवं इशिका ने  प्रभावशाली एवं सुव्यवस्थित रूप से संचालित किया।यह सेमीनार आईसीएआई की उस दूरदर्शी सोच और प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसमें चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की निरंतर शिक्षा, पेशेवर विकास, एवं छात्र कल्याण सर्वोपरी है।

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