कला - साहित्य
राखी का त्यौहार

राखी का त्यौहार
है भाई बहन का प्यार
रेशम की डोरी से बंधा ये सारा संसार।
रिमझिम बारिश में खिलखिलाता
सावन का महीना
प्रीत का धागा लेके आयी है
प्यारी बहना
हाथों में लेके पूजा की थाली
भाई को तिलक लगाएगी
बहना प्यारी
भाई की सुनी कलाई पे
राखी बांधेगी
अपने हाथों से फिर
मिठाई खिलाएगी।
भैया करना रक्षा हमारी
बस ये मांगती है बहना प्यारी।
कच्चे धागे का ये अटूट बंधन
निभाते रहेंगे सारा जीवन।
श्रीमती सागरिका त्रिपाठी, रायगढ़

