रासेयो इकाई जानकी कालेज ऑफ एजुकेशन एवं पर्यटक सूचना केंद्र रायगढ़ के संयुक्त तत्वाधान में विश्व पर्यटन दिवस मनाया गया

रायगढ़ – – विश्व पर्यटन दिवस 27 सितंबर 2024 (पर्यटन और शांति – समृद्धि की कुंजी ) के अवसर पर जानकी कालेज ऑफ एजुकेशन धनुहारडेरा के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई एवं पर्यटक सूचना केंद्र रायगढ़ के संयुक्त तत्वावधान मे जानकी कॉलेज ऑफ एजुकेशन के चेयरमैन शिरीष सारडा व डायरेक्टर श्रीमती तृप्ति अग्रवाल के संरक्षण तथा कॉलेज के प्राचार्य डॉ गजेंद्र चक्रधारी के मार्गदर्शन में ,कार्यक्रम अधिकारी प्रो मयंक शीतल डनसेना के नेतृत्व में जानकी कॉलेज ऑफ एजुकेशन धनुहारडेरा मे विश्व पर्यटन दिवस मनाया गया। सर्वप्रथम मां सरस्वती एवं रासेयो प्रतीक पुरुष स्वामी विवेकानन्द के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इसअवसर पर उपस्थित समस्त छात्र छात्राओं एवं प्राध्यापकों को छत्तीसगढ़ के समस्त पर्यटन स्थलों की जानकारी, पर्यटन स्थलों पर उपलब्ध सरकारी रिसॉर्ट , पर्यटन सुविधाओं एवं टुरिज्म बोर्ड द्वारा प्रदान किये जा रहे रिसॉर्ट बुकिंग पर डिस्काउंट के संबन्ध मे और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान किया गया तथा उपस्थित सभी को पर्यटन साहित्य प्रदान किया गया।

इस अवसर पर पर्यटक सूचना केन्द्र प्रभारी विकास भोई ने सभी को छत्तीसगढ़ के सभी पर्यटन स्थलों को कॉलेज ग्रुप तथा अपने परिवारों के साथ घूमने जाने के लिए प्रेरित किया। पर्यटक सूचना केंद्र रायगढ़ की प्रबंधक श्रीमती अभिक तिवारी ने विद्यार्थियों को बताया कि पर्यटन स्थलों मे घूमने से मनोरंजन के साथ साथ हमारे ज्ञान मे भी अभिवृद्धि होती है। इस अवसर पर प्रसिद्ध चित्रकार एवं समाज सेवी साहित्यकार मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि रायगढ़ शहर एवं आस पास के धार्मिक एवं एतिहासिक महत्व के पर्यटन स्थलों को अवश्य घूमने जाईए और जहाँ जाए स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। प्रसिद्ध चित्रकार सुशील पटेल ने पर्यटन के महत्व को बताया।
कॉलेज के चेयरमैन शिरीष सारडा ने कहा कि यूनेस्को ने छत्तीसगढ़ के कई पर्यटन स्थलों को विश्व धरोहर की सूची में स्थान दिया है। उन्होंने सभी को विश्व पर्यटन दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

डायरेक्टर श्रीमती तृप्ति अग्रवाल ने पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों के भ्रमण से सामाजिक संस्कृति का आदान-प्रदान होता है। पर्यटन से सामाजिक आर्थिक विकास होता है।
इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गजेन्द्र चक्रधारी ने पर्यटन के महत्व को बताते हुवे कहा कि पर्यटन के गतिविधि बढ़ने से रोजगार के अवसर भी सृजित होते है ,उसमें इजाफा होता है । छत्तीसगढ़ ऐतिहासिक, धार्मिक, पुरातात्विक,प्राकृतिक के साथ साथ प्राचीन लोक संस्कृति का अद्वितीय उदाहरण है । इस अवसर पर जानकी कॉलेज के अधिक संख्या में रासेयो के स्वयं सेवक छात्र एवं छात्राओं के साथ साथ. कॉलेज समस्त स्टाफ जिनमें .नरेंद्र प्रधान, प्रो मयंक शीतल डनसेना, प्रो सीताराम कैवर्त्य, प्रो विवेक कांबले, प्रो शरद पंडा,विद्यानंद पटेल ,दिनेश पटेल,प्रो केशव पटेल, प्रो वीरेंद्र ठेठवार, प्रो भरत सिदार,प्रो अंजू पटेल, प्रो नेहा साहू ,प्रो भारती जसवानी प्रो मानिनी प्रधान ,प्रो बसंत बांजी, प्रो डीलेश्वर खूंटे, प्रो मुक्तेश्वर प्रधान,प्रो नेहा डनसेना, प्रो हिमानी पटेल तथा राजू केंवट सूचना पर्यटन केंद्र रायगढ़ की उपस्थिति रही।